कोटा(पारस जैन)। पुण्योदय अतिशय क्षेत्र नसियां जी दादाबाड़ी कोटा में परम पूज्य आचार्य भगवन 108 श्री विद्या सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य गुरूदेव निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री 108 सुधा सागर जी महाराज के पावन आशीर्वाद एवं प्रेरणा से आठ दिवसीय पुण्योदय सम्यग्ज्ञान शिक्षण शिविर का तृतीय दिवस पर अध्यक्ष जम्बू जैन सर्राफ ने बताया कि नसियां जी में 108 विभोर सागर जी महाराज व श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर के विद्वान पारस शास्त्री व विद्वतजनों, सौरभ सिद्धार्थ शास्त्री, अभिषेक शास्त्री, दीपांशु शास्त्री, हेमन्त शास्त्री, शुभम शास्त्री, शशांक शास्त्री, रविन्द्र शास्त्री द्वारा बच्चों महिलाओं और पुरुषों को जैन धर्म की शिक्षण से बह रही है धर्म व अध्यात्म की गंगा...समोशरण जैसी लग रही है। संत श्री के सानिध्य में नसिया जैन मंदिर 108 परम पूज्य मुनि श्री विभोर सागर जी महाराज ने प्रवचन के माध्यम से बताया कि जैन कुल मिलना बहुत दुर्लभ है, उसमें भी सम्यक अंगोपांग का मिलना, अगर अंगोपांग विकृत होते तो हम सही से धर्म का पालन नहीं कर पाते। पंडित पारस जी शास्त्री ने तत्त्वार्थ सूत्र जी की कक्षा में बताया कि शुभ योग से पुण्य और अशुभ योग से पाप 108 प्रकार के है आस्रव का कारण है। इसलिए हमें अशुभ आस्रव से बचना चाहिए।
संयोजक धर्मचंद जैन धनोप्या ने बताया कि आज के अल्पहार पुण्यार्जक श्री राजकुमार जी प्रीति जी पीहू जी सिद्धार्थ जी बाबरिया ने दीप प्रज्जवन कर महाराज श्री को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया कार्यकारणी ने पुण्यार्जक परिवार का तिलक माला दुप्पटे पगड़ी पहनाकर कर सम्मान किया। संयोजिका अर्चना रानी जैन सर्राफ ने बताया कि मंगल देशना बाद सभी शिविरार्थी अपनी अपनी बालबोध भाग (1) एक, बालबोध भाग (2) दो, छहढाला (पूर्वार्ध), छहढाला (उत्तरार्द्ध), इष्टोपदेश ग्रंथ, तत्वार्थ सूत्र, प्रश्नोत्तरी रत्नमालिका,समेत अन्य विषयों की वातानुकूलित कमरों में सामूहिक कक्षाएं में गयें, बालबोध भाग (1) की कक्षा, 8*12 डिजिटल डिस्प्ले एलईडी सॉफ्टवेयर से बच्चों को अध्ययन करवाया जा रहा हें।
निदेशक हुकम जैन काका ने बताया अपने विषय की प्राथमिक जानकारी के बाद 10 बजे सभी शिविरार्थी एवं आगन्तुक अतिथियों ने अल्पाहार ग्रहण किया। शाम कक्षाओ के बाद शीतल पैय प्रतिदिन पिलाया जायेगा और प्रतिदिन सुबह-शाम विधिवत कक्षाएं लगेगी। प्रतिवर्ष अधिक भव्यता से शिक्षण शिविर का आयोजन किया जायेगा।